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बलरामपुर : बच्चे की मौत के बाद भी धड़ल्ले से चल रहा नर्सिंग होम प्रशासन व जनप्रतिनिधि मौन

दैनिक बुद्ध का सन्देश
बलरामपुर। जनपद के सादुल्लाह नगर क्षेत्र में एक प्राइवेट नर्सिंग होम में जच्चा बच्चा की मृत्यु अप्रशिक्षित चिकित्सकों के कारण होने की जांच जिले के स्वास्थ्य मोहकमे ने की साथ उक्त कई कर्मियों के मद्देनजर नर्सिंग होम को सीज करने की बात कई इलेक्ट्रानिक एवं प्रिंट मीडिया में दिया गया है जबकि नर्सिंग होम का संचालक पूरे इतमिनान से नर्सिंग होम को आम तरीके से चला रहा है अब असल सवाल यह है कि जो नर्सिंग होम का संचालक कह रहा है वह बात सही है या जिले के स्वास्थ्य मोहकमे के आला अधिकारी कह रहे हैं वह सही है अब देखना यह है की उक्त मामले में जिलाधिकारी बलरामपुर का क्या रुख है

अधिकारियों द्वारा बताई गयी कार्यवाही की बात सही है अगर कार्यवाही हुयी है तो उक्त नर्सिंग होम कैसे चल रहा है यह एक बड़ा सवाल है जहां तक उक्त नर्सिंग होम मैं घटना घटित होने की बात है पीड़ित परिवार को नर्सिंग होम संचालक ने मैनेज कर लिया वह अब कुछ कहने को तैयार नहीं है पर क्या ऐसे ही मानक विहीन नर्सिंग होमो में मोते होती रहेंगी और सरकारी मोहकमा हमेशा की तरह लीपा पोती कर मामले की इतिश्री कर देगा क्या बिना किसी प्रशिक्षित चिकित्सक से प्रसव करवाना व इस दौरान जच्चे बच्चे की मृत्यु होना क्या अपराधिक कृत नहीं है अगर है तो नर्सिंग होम चिकित्सक के ऊपर अब तक मुकदमा दर्ज क्यों नहीं हुआ अगर ऐसे ही रहा तो प्राइवेट नर्सिंग होमो में अकस्मिक मौते होती रहेंगी और जनता निरीह वन सब कुछ झेलती रहेगी जिसमें सरकारी अमला दाये-बाये कोई न कोई कमी निकाल कर अपना पल्लू झाड़ी ही लेगा जहां तक जनप्रतिनिधियों की बात है वह शासन प्रशासन के साथ रहेंगे क्योंकि इसमें ही उनका फायदा है दुरूखद बात तो यह है कि इस विधानसभा के सदस्य रामप्रताप वर्मा द्वारा मे मामले कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गयी जिसके कारण दोषी अधिकारियों के मनोबल बढ़े हुये हैं सादुल्लाह नगर क्षेत्र में नर्सिंग होम संचालक द्वारा अशिक्षित स्टॉफ के कारण हुयी जच्चे बच्चे की मौत के मामले में स्थानीय किसी भी प्रतिनिधि चाहे सांसद हो या विधायक कोई भी हाल जानना भी मुनासिब नहीं समझा ऐसे संवेदन ही जनप्रतिनिधियों के बारे में जितनी भी निंदा की जाये कम ही है।

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