गोण्डा : जिले भर में बिक रहे मिलावटी खाद्य पदार्थ जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान आखिर क्यों
कर्सर.........जिले में दूध,दही, खोया,पनीर,केक,छेना देशी घी के साथ अन्य खाद्य पदार्थों की शुद्धता मानक विहीन होने साथ बिना लाइसेंस
दैनिक बुद्ध का संदेश
गोण्डा। जिले भर मानकों की अनदेखी दूध,दही, खोया,पनीर,केक,छेना देशी घी के साथ अन्य खाद्य पदार्थों की शुद्धता मानक विहीन होने तथा बिना लाइसेंस के धल्ले से विक्रय किया जा रहा है। लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों की उदासीनता के कारण क्षेत्रीय जनमानस विषाक्त पदार्थों के सेवन कर शिकार हो रहे हैं। दूध की डिमांड की पूर्ति को पूरा करने के लिए विभिन्न प्रकार के ब्रांड के दूधों को बेचा जा रहा है। इसे रोकने के लिए शासन ने दिशा निर्देश जारी किया कि बिना रजिस्ट्रेशन व लाइसेंस के दुकान चलाने पर सख्त कार्यवाही होगी। लाइसेंस प्राप्त दुकानदार फर्म का नाम व लाइसेंस नम्बर भी लिखे। लेकिन कस्बा आर्य नगर में संदीप जयसवाल पराग मिल्क बार एण्ड पनीर भण्डार का बोर्ड लगा कर खाद्य पदार्थों की विक्रय किया जा रहा है लेकिन बोर्ड पर न तो रजिस्ट्रेशन नंबर अंकित है और न ही लाइसेंस नम्बर, फिर भी बेख़ौफ़ होकर मानक विहीन खाद्य पदार्थों की विक्रय कर रहे हैं इसी प्रकार खरगूपुर, गोकरननाथ शिवाला, गोपाल बाग,कौडियां वजीर गंज, नवाब गंज सहित पूरे जिले में हर क्षेत्र में बेधडक खाद्य पदार्थों को मानक विहीन दुकान संचालन किया जा रहा है यही नहीं दूध के विभिन्न पाऊज को मानक मूल्यो से अधिक मूल्यो पर विक्रय किया जा रहा है।
जानकारों की माने तो खोया और पनीर, छेना तथा केक में सबसे अधिक मानक विहीन खाद्य पदार्थ है। दूध की आपूर्ति को पूरा करने के लिए संचालक इसमें पानी के अलावा केमिकल भी मिलाते हैं, जो कि सेहत के लिए हानिकारक होते हैं। पनीर व घी में भी इन दिनों बड़े स्तर पर मिलावटी खेल खेला जा रहा है। सामाजिक संगठनों की ओर से मिल रही शिकायतों के बाद भी सम्बंधित विभागीय अधिकारियों की उदासीनता के कारण बेखैफ हो कर शासन के दिशा निर्देशों को दरकिनार कर धड़ल्ले से दुकानों का संचालन किया जा रहा है। क्षेत्रीय जनमानस विषाक्त पदार्थों का सेवन करने के लिए मजबूर हैं। घी व तेल बिना एगमार्क के घी,तेल बेचा जा रहा है जो गैर कानूनी है।
बाक्स…………..चिकित्सा की राय
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रूपईडीह प्रभारी डा अजय यादव ने कहा कि मिलावटी खाद्य पदार्थ का सेवन करने प्राण घातक है जो पेट, आंत, किडनी और त्वचा के अलावा लीवर को सबसे अधिक नुकसान करता है। केमिकल युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करने से केमिकल खून को प्रभावित कर पूरे शरीर को फैल जाता है और शरीर प्रभावित होने लगता विषाक्त पदार्थों के सेवन करने से आंखों और त्वचा की बीमारी की सबसे अधिक परेशानी होती है और पाचनतंत्र भी कमजोर हो जाता है जिससे बीमारी बढ़ने की अधिक आशंका रहती है। इस संबंध में अभिहित अधिकारी अजीत कुमार मिश्रा ने बताया कि अभियान चलाकर लोगों में जागरूकता पैदा किया जा रहा है और मिलावट करने वाले दुकानदारों पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।