सिद्धार्थनगर : कच्चे कार्यों पर चल रहा है भारी गोलमाल,सैकड़ों मजदूर का मास्टर रोल,मौके पर 10 से कम
पंकज चौबे/दैनिक बुद्ध का सन्देश
सिद्धार्थनगर। सरकार के सख्त आदेश और जिले के अधिकारियों की प्रतिदिन मनरेगा की मानीट्रिंग होने के बाद भी बढ़नी ब्लॉक के अधिकतर ग्राम पंचायतों में धकाधक फर्जी मास्टर रोल भरा जा रहा है यहां के अधिकारियों कर्मचारियों को सरकार, जिले के उच्चाधिकारियों का कोई डर नही है डर दिखे भी क्यों जब पूर्व में मनरेगा में बड़े बड़े घोटाले हुए और कार्यवाही के नाम पर आज तक कुछ नहीं हुआ मुकदमा तक दर्ज नहीं करवाया गया केवल लीपापोती हुई। यही वजह है कि कई मनरेगा कर्मियों के हौसले बुलंद है। फर्जी मास्टर रोल भरने, भराने से बाज नहीं आ रहे है। कई ग्राम पंचायतों में कच्चे कार्य पर मास्टर रोल 60-150 के आस पास या फिर अधिक निकाला जा रहा है लेकिन अनेकों ग्राम पंचायत में एक दर्जन मजदूर नहीं दिखाई दे रहे है इसका मतलब साफ है कि फर्जी कागजी मास्टर रोल चल रहा है।
मनरेगा को लेकर सरकार गंभीर हो गई है मजदूरों की मजदूरी तक आनलाइन हाजिरी तक भेजने का प्राविधान कर दिया गया है फिर भी अनेकों ग्राम पंचायतों में इसका कोई फर्क नहीं है। बढ़नी के कई ग्राम पंचायतों में मनरेगा का पलीता निकाला जा रहा है मास्टर रोल पचासों का निकलेगा लेकिन मौके पर एक भी लेबर काम करते नहीं मिल रहे है। जिला प्रशासन की सख्ती होने के बाद भी यहां के कर्मियों को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। यहां मनरेगा योजना के नियम कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही है सबसे बड़ी बात तो ये है कि अनेकों प्रोजेक्ट पर मास्टर रोल दूसरे का निकाला जाता है और मौके पर जो मजदूर रहते भी है वे दूसरे रहते है क्यों कि कई ग्राम पंचायतो में मनरेगा योजना के कार्य को ठेका पर कराया जा रहा है। ब्लॉक मुख्यालय पर तैनात अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी मौके पर निरीक्षण करने कही नहीं जाती है केवल कार्यक्रम अधिकारी कितना काम और गाव चेक कर पाएंगे। पूरे जिले में मोबाइल मानीट्रिंग सिस्टम लागू होने के बाद भी यहां फर्जी हाजिरी लगाने का धंधा बंद न हो इसलिए यहां कहीं कही ही मोबाइल मानी ट्रिंग सिस्टम लागू हो पाया है। यहां कई ग्राम पंचायतों में ब्लॉक कर्मियों द्वारा मनमानी की जा रही है। जबकि कई लोगो द्वारा ब्लॉक मुख्यालय पर अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी से शिकायत भी करते है लेकिन इनको कोई फर्क नहीं पड़ता है। इस प्रकार मनरेगा योजना द्वारा सरकारी धन लूटने में कई ग्राम प्रधान सहित ब्लॉक कर्मी भी लगे हुए है। ताजा मामला विकास खण्ड बढ़नी अन्तर्गत ग्राम पंचायत तौलिहवा,खैरा,बैदौली आदि का है जहा कागज में 50 से 130के लगभग लेबर का मस्टर रोल चल रहा है जिसमे कही 20-30 व 15-20 लेबर ही काम करते मिले, वही अधिकांश मजदूर दूसरे ग्राम पंचायत जिनका मस्टर रोल में नाम ही नही है। दुकानदार व घुंघट की आड़ में रहने वाली महिलाएं बनी मनरेगा मजदूर हिन्दी दैनिक बुद्ध का संदेश की टीम मस्टररोल की सच्चाई जानने के कई ग्राम पंचायतों में पहुंची जहा कुछ मज़दूर अपना दैनिक कार्य जैसे दुकान चलाते व कुछ महिलाएं जो घुंघट में रहने वाली मिली ,जो कभी मजदूरी करने गई ही नही।