सिद्धार्थनगर : आम जनता की पुकार, नगर पंचायत फिर से पकड़े विकास की रफ़्तार
कर्सर............इन्सर्ट-विकास के साथ चले, नशा के खिलाफ अभियान
दिलीप श्रीवास्तव/दैनिक बुद्ध का सन्देश
डुमरियागंज/सिद्धार्थनगर। डुमरियागंज में नगर पंचायत चुनाव को लेकर सरगर्मियाँ तेज हो गयी है। डुमरियागंज के नए नगर पंचायत अध्यक्ष को लेकर लोगों के बीच चर्चा भी शुरू हो गया है। कोई सपा तो कोई बसपा और कोई भाजपा तो कोई कांग्रेस के प्रत्याशी को चुनाव जिताता हुआ नजर आ रहा है हालांकि अभी तक किसी भी पार्टी ने अपना प्रत्याशी घोषित नही किया है लेकिन आम नागरिक अपने नेता को जिताने के लिए तमाम तरह के तर्क लोगों के बीच रख कर अपने प्रत्याशी के पक्ष में माहौल बनाने का प्रयास कर रहे हैँ। हमारी टीम ने ज़ब कई होटलों पर जा कर लोगों से बात की तो लगभग सभी लोगों ने ये माना कि जितना विकास होना चाहिए था उतना विकास नही हुआ बावजूद इसके वो इस बात का समर्थन करते हुए भी नजर आये कि जिस पार्टी या कैंडिडेट के पास जातिये गणना सटीक बैठेगा वही नया नगर पंचायत अध्यक्ष होगा।
आइये देखते हैँ अलग अलग क्षेत्र के लोगों ने अपने नए नगर पंचायत अध्यक्ष को लेकर क्या कहा। युवा व्यापारी एवं समाजसेवी राहुल अग्रहरि ने साफ शब्दों में कहा कि अब हमें विकास चाहिए, हमें ऐसा अध्यक्ष चाहिए जो सही मायने में हमारे नगर पंचायत को आदर्श बना सके और हम उसे ही वोट करेंगे जो हमारी समस्याओं को सुलझाने की क्षमता रखता हो। प्राइवेट कंपनी में काम करने वाले रमेश ने भी कहा कि वो उसी कैंडिडेट को वोट करेंगे जो सड़कों की बदहाल स्थिति को सुधार सके, हमारी बहन बेटियों को सुरक्षा दे सके और वो सिर्फ और सिर्फ विकास की बात करे। व्यापारी सोनू ने भी माना कि पिछले 5 वर्षों में सडकेँ बद से बदतर होती गयीँ, जल निकासी की कोई व्यवस्था नही बन पाया, दवाइयों का छिड़काव ना के बराबर हुआ, जबकि सभासद और नगर पंचायत अध्यक्ष बजट ना होने का रोना ही रोते रहे, सोनू ने भी माना कि उनका वोट सिर्फ उसी को होगा जो विकास की बात ही ना करे बल्कि विकास भी करे। समाजसेवा में अग्रणी सामाजिक संस्था ह्यूमन वेलफेयर सोसाइटी के प्रदेश अध्यक्ष राजेश चौरसिया ने कहा कि हमने नगर पंचायत में विकास के लिए वोट दिया था लेकिन दुर्भाग्य से हमारा नगर पंचायत पांच साल आगे जाने के बजाय 10 साल पीछे चला गया, ना सडकेँ, ना जल निकासी की व्यवस्था, ना कूड़ा रखने की व्यवस्था, ना ही दवाओं का छिड़काव, और ना ही सुरक्षा के लिए कोई विशेष व्यवस्था जैसी अनगिनत समस्याओं को गिनाते हुए कहा कि इस बार हम वोट सिर्फ विकास के लिए ही नहीं देंगे बल्कि ऐसे उम्मीदवार को देने का प्रयास करेंगे जो नशा के खिलाफ हमारे समाज को जागरूक भी कर सके।