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बाराबंकी : सतरिख से तीर गांव मार्ग पूरी तरह गड्ढों में तब्दील सरकार के दावे फेल

दैनिक बुद्ध का संदेश
बाराबंकी। सरकार गड्ढा मुक्त अभियान को 15 नवंबर तक पूरा करना था इसे लेकर शासन ने विभागीय आंकड़ों के हिसाब से 84ः सड़कों की मरम्मत का दावा करते हुए 15 दिन का समय और मांगा है लेकिन विभागीय दावों के विपरीत बाराबंकी जिले में 50ः सड़कों के भी गड्ढे नहीं भरें कई प्रमुख सड़कें आज भी जर्जर हालत में हैं सड़कों की दशा ऐसी है कि उन पर पैदल चलना भी मुश्किल है। सतरिख बाराबंकी सतरिख से तीरगांव होते हुए सुल्तानपुर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को जोड़ने वाला सतरिख तीरगांव अमेठी मार्ग पूरी तरह जर्जर पड़ा है जर्जर मार्ग पर दर्जनों गांव जोड़ने वाली मार्ग की दशा अभी तक नहीं सुधरी आपको बताते चलें सतरिख से तीरगांव के बीच स्कूली बच्चों को आने जाने में गड्ढों से जंग लड़ना पड़ता है जिससे आए दिन होती है।

दुर्घटनाएं गड्ढे बचाने के चक्कर में आए दिन हजारों की तादाद में स्कूली बच्चों का इसी रोड से आवागमन होता है सरकार दावा करती हैं कि विभागीय आंकड़ों के हिसाब से 84 परसेंट तक सड़कें दुरुस्त हो गई लेकिन हकीकत तो यह है की अभी तक 50 परसेंट सड़के भी दुरुस्त नहीं हुई जिसकी हालत आप खुद इस वीडियो एवं फोटो के जरिए देख सकते हैं सतरिख बख्तावर 10 कुटी के निकट बड़े गड्ढे होने से आए दिन बच्चे गिरकर होते हैं चोटिल वही शरीफाबाद रेट नदी के निकट रोड फट जाने से उस मोड़ पर आए दिन होती हैं दुर्घटनाएं इसी तरह अनेकों जगह बड़े-बड़े गड्ढे होने से बच्चों को एवं राहगीरों को आने जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है सरकार बड़े-बड़े दावे करती है लेकिन प्रशासन अनदेखा करता देखने वाली बात यह होगी की खबर प्रकाशित होने के बाद शासन-प्रशासन इस पर क्या कार्रवाई करता है सतरिख से तीर गांव मार्ग पूरी तरह गड्ढों में तब्दील सरकार के दावे फेल सरकार गड्ढा मुक्त अभियान को 15 नवंबर तक पूरा करना था इसे लेकर शासन ने विभागीय आंकड़ों के हिसाब से 84ः सड़कों की मरम्मत का दावा करते हुए 15 दिन का समय और मांगा है लेकिन विभागीय दावों के विपरीत बाराबंकी जिले में 50ः सड़कों के भी गड्ढे नहीं भरें कई प्रमुख सड़कें आज भी जर्जर हालत में हैं सड़कों की दशा ऐसी है कि उन पर पैदल चलना भी मुश्किल है।

सतरिख बाराबंकी सतरिख से तीरगांव होते हुए सुल्तानपुर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को जोड़ने वाला सतरिख तीरगांव अमेठी मार्ग पूरी तरह जर्जर पड़ा है जर्जर मार्ग पर दर्जनों गांव जोड़ने वाली मार्ग की दशा अभी तक नहीं सुधरी आपको बताते चलें सतरिख से तीरगांव के बीच स्कूली बच्चों को आने जाने में गड्ढों से जंग लड़ना पड़ता है जिससे आए दिन होती है दुर्घटनाएं गड्ढे बचाने के चक्कर में आए दिन हजारों की तादाद में स्कूली बच्चों का इसी रोड से आवागमन होता है सरकार दावा करती हैं कि विभागीय आंकड़ों के हिसाब से 84 परसेंट तक सड़कें दुरुस्त हो गई लेकिन हकीकत तो यह है की अभी तक 50 परसेंट सड़के भी दुरुस्त नहीं हुई जिसकी हालत आप खुद इस वीडियो एवं फोटो के जरिए देख सकते हैं सतरिख बख्तावर 10 कुटी के निकट बड़े गड्ढे होने से आए दिन बच्चे गिरकर होते हैं चोटिल वही शरीफाबाद रेट नदी के निकट रोड फट जाने से उस मोड़ पर आए दिन होती हैं दुर्घटनाएं इसी तरह अनेकों जगह बड़े-बड़े गड्ढे होने से बच्चों को एवं राहगीरों को आने जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है सरकार बड़े-बड़े दावे करती है लेकिन प्रशासन अनदेखा करता देखने वाली बात यह होगी की खबर प्रकाशित होने के बाद शासन-प्रशासन इस पर क्या कार्रवाई करता है।

 

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