सिद्धार्थनगर : सांसद जगदंबिका पाल एंव विधायकों के चक्रव्यू में फंसे अधिकारी, झूठे रिपोर्टों की खुली पोल
राजेश शर्मा/दैनिक बुद्ध का संदेश
सिद्धार्थनगर। शुक्रवार को जिला ग्रामीण विकास अभिकरण द्वारा आयोजित निगरानी समिति की बैठक में सांसद जगदंबिका पाल के कड़े तेवरों के आगे अधिकारियों की हालत खराब हो गई जहां अधिकारी झूठे रिपोर्टों के सहारे बैठक में शामिल हुए थे वहीं सांसद जगदंबिका पाल के कड़े तेवर देखकर वह भी सहम गए, सांसद की बातो में हां मिलाते हुए एमएलसी ध्रुव कुमार त्रिपाठी भी अपने रंग में नजर आए साथ ही सदस्य विधान परिषद सुभाष यदुवंशी भी अधिकारियों से झूठी रिपोर्ट पेश करने से मना करते नजर आए। बैठक की अध्यक्षता कर रहे सांसद डुमरियागंज जगदम्बिका पाल के दिनॉक 08 जून 2022 को सम्पन्न जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक की तैयार की गयी कार्यवृत्त एवं अनुपालन आख्या का अवलोकन करके विभागवार समीक्षा की गयी थी। सांसद जगदम्बिका पाल ने जिलाधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि बाढ़ में जिन लोगो का घर गिर/क्षतिग्रस्त हो गया है उन्हें मुख्यमंत्री आवास दिलाना सुनिश्ति करे।
इसके अलावा बाढ़ में क्षतिग्रस्त फसलो का सर्वे कराकर उन्हें मुआबजा दिलाना सुनिश्ति करे। बैठक में अधिशासी अभियन्ता सरयू नहर खण्ड-3 बलरामपुर के अनुपस्थित रहने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की गयी। मा0 सांसद जी ने भोजपुर-शाहपुर बांध के निर्माण हेतु किसानो से वार्ता कर भूमि अधिग्रहण कर बांध का निर्माण कराये। इसके अलावा अधिशासी अभियन्ता लो0नि0वि0 को खरकरी से तिघरा घाट तक सड़क की मरम्मत कराने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने मा0 सांसद डुमरियागंज जी को जानकारी देते हुए बताया कि बानगंगा शोहरतगढ़ एवं राप्ती नदी बांसी पर घाट एवं सीढ़ी/सुन्दरीकरण हेतु प्रस्ताव बनाकर नमामि गंगे को भेजा गया है। अधिशासी अभियन्ता जल निगम ने मा0 सांसद तथा अन्य सदस्यों का अवगत कराया कि जनपद में 939 ग्राम पंचायतो के कार्य स्वीकृत हुआ था जिसमें से 795 में डी0पी0आर0 बनके चला गया है। इसमें मेघा इंजीनियरिंग कम्पनी को 400 तथा एच.सी.एल. कम्पनी को 539 गांवो में कार्य की सवीकृति प्राप्त हुई है। मा0 सांसद जी ने पानी की टंकी के निर्माण के दौरान सड़को को खोदकर छोड़ देने के संबधा में जानकारी चाही गयी। जिलाधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि 100 दिन की टेस्टिंग के बाद संबधित कम्पनी द्वारा सड़क को ठीक करा दिया जाता है। मा0 सांसद डुमरियागंज ने उप निदेशक मण्डी समिति (निर्माण) को मण्डी समिति की सड़को को गड्ढा मुक्त कराने का निर्देश दिया। मनरेगा विभाग की समीक्षा के दौरान उपायुक्त मनरेगा ने जानकारी देते हुए बताया कि जनपद सिद्धार्थनगर 20 हजार मानव दिवस सृजन के साथ प्रदेश में दूसरे स्थान पर है। सांसद ने अमृत सरोवर का निर्माण 45 दिनों में पूर्ण कराने का निर्देश दिया गया। सांसद ने अधिशासी अभियन्ता प्रधनमंत्री गा्रम सड़क योजना को निर्देश दिया कि कार्य प्रारम्भ होने से पूर्व जनप्रतिनिधियों से शिलान्याश कराकर की कार्य प्रारम्भ करे। समाज कल्याण विभाग की समीक्षा के दौरान जिला समाज कल्याण अधिकारी ने बताया कि जनपद में 84001 लाभार्थी को वृद्धावस्था पेंशन का लाभ मिल रहा है। 13532 दिव्यांग तथा 27533 विधवा पेंशन के लाभार्थी को पेंशन मिल रही है। इस बैठक में निर्धारित किये गये एजेन्डा बिन्दु के अनुसार समीक्षा की गयीरू- महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना, दीन दयाल अन्त्योदय योजना, दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना, राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम, प्रधानमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन, स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण, राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, राष्ट्रीय भू-अभिलेखो का आधुनिकीकरण कार्यक्रम, दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना आदि कुल 43 बिन्दुओ की समीक्षा की गयी। इसके अलावा ग्राम्य अभियन्त्रण विभाग द्वारा प्रधानमंत्री सड़क योजनान्तर्गत मार्गों की प्रगति विभिन्न प्रकार की पेंशन योजनाएं राष्ट्रीय सामाजिक सहायता सहायता कार्यक्रम, प्रधानमन्त्री आवास ग्रामीण एवं प्रधानमंत्री आवास शहरी की समीक्षा की गयी। स्वच्छ भारत अभियान के अन्तर्गत शौचालायों की प्रगति की समीक्षा की गई। मा0 सांसद डुमरियागंज ने जिलाधिकारी श्री संजीव रंजन को निर्देश देते हुए कहा कि सभी अधिकारियों के साथ अलग से समीक्षा कर बन्धो, सड़को के निर्माण की भी समीक्षा कर समय से कार्य पूर्ण कराये। केन्द्र सरकार द्वारा राज्य सरकार को दी जाने वाली योजनाओ का लाभ जनता तक पहुॅचे। जिलाधिकारी संजीव रंजन ने समस्त अधिकारियों को निर्देश दिया कि शासन की मंशानुरूप कार्य करे। किसी भी कार्य में यदि कोई समस्या आती है तो मेरे स्तर से अर्द्धशासकीय पत्र शासन को प्रेषित करे जिससे कि किसी भी प्रकार की समस्या उत्पन्न न हो। मुख्य विकास अधिकारी जयेन्द्र कुमार द्वारा बैठक में सांसद डुमरियागंज जगदम्बिका पाल, विधायक इटवा माता प्रसाद पाण्डेय, विधायक शोहरतगढ़ विनय वर्मा, विधायक डुमरियागंज सैय्यदा खातून, सदस्य विधान परिषद श्री ध्रुव कुमार त्रिपाठी, सदस्य विधान परिषद सुभाष यदुवंश, अध्यक्ष जिला पंचायत प्रतिनिधि उपेन्द्र सिंह तथा समिति के सभी सदस्यों का आभार प्रकट किया गया।इस बैठक में अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) उमाशंकर, अपर पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ, पी.डी. नागेन्द्र मोहन राम त्रिपाठी, जिला विकास अधिकारी शेषमणि सिंह, डी0सी0मनरेगा संजय शर्मा, डी0सी0एन0आर0एल0एम0 योगेन्द्र लाल भारती, अधीक्षण अभियन्ता विद्युत, अधि0अभि0 लो0नि0वि0 (प्रा0ख0), विद्युत वितरण खण्ड सिद्धार्थनगर, जिला पंचायत राज अधिकारी आदर्श, जिला खाद्य विपणन अधिकारी, जिला पूर्ति अधिकारी बृजेश मिश्र, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत, तथा जनप्रतिनिधिगण, निगरानी समिति के सदस्यगण एवं जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित थेे।
बाक्स……………………. 1500 करोड़ का बजट, सारे काम अधूरे
राजेश शर्मा
सिद्धार्थनगर। जनपद के आकांक्षी जिला का जो तमगा लगा हुआ है निश्चित रूप से निष्क्रिय अधिकारियों की देन यह लग रहा है जनपद में इस समय ग्राम पंचायतों में बनने के लिए पानी की टंकियों का निर्माण किया जा रहा है जिसको लेकर जनपद में लगभग 1500 करोड़ का बजट आया है यह एक भारी-भरकम बजट है लेकिन जल निगम के अधिशासी अभियंता राजेंद्र सिंह को मालूम ही नहीं जनपद में कितने टंकियों का निर्माण हुआ है और कितनी टंकियों का निर्माण होना बाकी है वह हर समय सहायक अभियंता को ही देखते नजारा है जिसको लेकर सांसद जगदंबिका पाल ने कड़ी फटकार लगाई सांसद ने जिलाधिकारी को एक समिति बनाकर इसको जांच करने का आदेश भी दिया रामनगर में पानी की टंकी में जहां सांप के मरने की खबर आई वहीं अधिकारी द्वारा इसे गलत करार दिया गया लेकिन प्रतिनिधियों के सामने झूठी रिपोर्ट का सहारा लेकर जल निगम के अधिशासी अभियंता का बोलना महंगा पड़ा, सारी पोल उनकी खुलती नजर आई।
बाक्स…………..सामुदायिक शौचालयों की जनपद में हालत खराब-नरेंद्र मणि त्रिपाठी
राजेश शर्मा
सिद्धार्थनगर। जिला पंचायत राज अधिकारी द्वारा जनपद में सामुदायिक शौचालय के ना चलने के बारे में जब सांसद जगदंबिका पाल के द्वारा पूछा गया तो वह झूठी रिपोर्ट का सहारा लेते हुए लगभग सभी को पूर्ण करने की बात कही जबकि जनपद में अधिकांश सामुदायिक शौचालय का संचालन ही अभी नहीं हो पा रहा है या हो भी रहा है तो वह सही ढंग से नहीं हो रहा है कइयांे में तो जांच भी अभी लगा हुआ है लेकिन अधिकारी इसे पूरा कराने में किसी प्रकार की कोई रुचि नहीं ले रहे हैं इसी प्रकार से नरेंद्र मणि त्रिपाठी ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि ने कहा कि उनके ब्लॉक में कई ग्राम पंचायत ऐसे हैं जहां पूर्व प्रधानों के द्वारा चार चार शौचालयों को एक ही परिवार में आवंटित कर दिया गया है लेकिन उसकी भी जांच करने के लिए कोई अधिकारी नहीं है केवल और केवल भाजपा कि सरकार को बदनाम करने का प्रयास अधिकारियों का हो रहा है। इसी तरह जिला जिला पंचायत राज अधिकारी द्वारा भनवापुर,खुनियांव,डुमरियागंज आदि ब्लॉकों में मनमानी ढंग से सफाई कर्मचारियों का ट्रांसफर का भी मुद्दा जोर शोर से गुजता रहा।