सोनभद्र : जरा देख के भाई, आगे भी पीछे भी
दैनिक बुद्ध का संदेश
करमा/सोनभद्र। स्थानीय विकास खण्ड का करमा केकराही किसान समिति का मार्ग गढ्ढों में तब्दील हो गया है, वारिश के महीने में आनें जाने वाले राहगिरों को दिक्कत का सामना करना पड़ता है।जरा देख के भाई आगे भी, पीछे भी। सबसे बड़ी बात यह है कि यह किसान समिति हर समिति का इकलौता किसान समिति है जहाँ किसानों हर कार्य किया जाता है।
किसानों का क्रेडिट कार्ड भी यही से जारी होते हैं जहाँ किसानों के साथ प्रतिनिधित्व करने वाले लोगों का आना जाना लगा रहता है। फिर भी यह सम्पर्क मार्ग उपेक्षा का शिकार है लोगों के समझ से परे है। क्षेत्र के किसान, क्षेत्रिय सम्मानित जन प्रतिनिधि भी इस राह से सोसायटी तक जातें हैं। जबकि गाँव की गलियां भी इंटर लॉकिंग व सिशी रोड के रूप में अपनी छटा बिखेर रही हैं। चर्चा के दौरान सभी कहते हैं कि दिक्कत तो है आखिर कब तक। अपने आप में यह एक अक्ष प्रश्न है। क्षेत्रीय किसानों ने सम्बंधित अधिकारी व जनप्रतिनिधियों का ध्यान इस ओर आकर्षित कराया है।