अम्बेडकरनगर : आसोपुर के ग्रामीणों के घरों में भरा पानी, तालाब की भूमि मिट्टी पाट कब्जा होने से निकासी अवरुद्ध, प्रशासन मौन
दैनिक बुद्ध का संदेश
अम्बेडकरनगर। विकास खंड टांडा के ग्राम आसोपुर में बारिश का पानी घुसा घरों के अंदर ग्रामीणों का बुरा हाल इंसान को छोड़िए ही जानवरों को भी खाने नहाने सौचालय आदि जाने में हो रही दिक्कतें लेकिन सुधि लेना प्रशासन नहीं चाहती। ग्राम प्रधान की उदासीनता का दंश झेल रहे आसोपुर के तमाम ग्रामीण उल्लेखनीय हैं कि आसोपुर के राम जानकी मंदिर में वर्षा का पानी जल भराव होने के कारण जुबाजूब भर गया निकासी की कोई समुचित व्यवस्था करते हुए ग्रामीणों को राहत दिलाने वाला कोई पंचायत का अधिकारी कर्मचारी नहीं दिखाई पड़ ने से ग्रामीण हैरान परेशान होते दिखाई पड़ रहें हैं आप को बता दू की डाक्टर देवी दत्त यादव के मकान के सामने राम जानकी मंदिर पर भारी बारिश होने से जल भराव हो गया है जिससे मंदिर के अंदर से लेकर ग्रामीणों के घर तक बारिश का पानी घुसा घरों में रहने वाले जहरीले सांप एवं अन्य जीव जंतु से तो परेशान होते हुए अपनी जिंदगी को दाव पर लगाकर जी रहें ही है साथ ही उनके घरों में पानी घुसने से उनके घरों में बने शौचालय में भी पानी घुसा हुआ है जिससे उन्हें शौच जाने आदि में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के लोग बताते है की आसोपुर के रहने वाले प्रशुराम के घर से ले कर सनातन यादव के घर तक आवागमन जल भराव के कारण बाधित हो गया है।
आसोपुर बगिया में भी यही हाल उत्पन हो रहा हैं जल भराव का कारण पूछने पर ग्रामीण इलाकों के लोग बताते है की प्रशूराम के घर के पास दोनो तरफ रोड़ के दोनो तरफ दो तालाब आज के कई वर्षाे पूर्व बने थे उसी तालाब में ग्राम आसोपुर में जल भराव होने की स्थित में जल निकासी की समस्या के समय पानी तालाब में समाहित हो जाता था जिस तालाब का पट्टा ग्राम समाज के हरिजन के नाम से था लेकिन उक्त तालाब को हरिजन के सहारे भूमाफियाओं द्वारा हरिजन की तालाब की भूमि को पटवा कर प्रजाति और यादव समाज की जातियों को कब्जा दिला कर बसा दिया अब उसी तालाब पर इन लोगो ने अपने घरों का निर्माण करा लिया जो अवैध रूप से काबिज और दाखिल हो गए हैं अब तालाब का नामो निशान खत्म होने से जल भराव का कारण बनता दिखाई पड़ रहा हैं जो ग्रामीणों पर भारी बारिश के दौरान ब खूबी दिखाई पड़ रहा हैं ज्ञातव्य हो कि डाक्टर स्व जगदीश प्रजाति की पत्नी के नाम से ही तालाब की भूमि को अवैध रूप से कब्जा कर अधिग्रहण करते हुए भूमाफियाओं ने बेच दिया जब की अगर पुराना पट्टा हरिजन के नाम से था तो किस प्रकार इस तालाब की भूमि को बेचा गया और जिम्मेदार ने अपनी निगाह बंदगी ग्राम समाज की क्षति होने के दौरान क्यों नही पड़ी इसका आलम यह है कि आज आसोपुर ग्रामीणों को जल भराव होने से अनेकों प्रकार की समस्या का दंश तो झेलना ही पड़ रहा हैं और साथ ही घरों और उनके शौचालय में जल भराव होने से उन्हें काफी दिकातो का सामना करना पड़ रहा हैं।