बहराइच : आंकलन शिक्षण कार्य का अभिन्न अंग-विजय प्रताप
नवीन पाठ्य पुस्तक आधारित समझ विकसित करना, प्रशिक्षण का मूल उद्देश्य-विवेक विक्रम
दैनिक बुद्ध का सन्देश
विशेश्वरगंज/बहराइच। आंकलन अपने आप मे कोई अलग प्रक्रिया नही है बल्कि यह शिक्षण कार्य का ही अभिन्न अंग है, यह बातें निपुण भारत मिशन के तहत चल रहे चार दिवसीय एफएलएन प्रशिक्षण के दूसरे दिवस शिक्षकों को आंकलन एवं दैनिक रिमिडियल कार्य के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुये मास्टर ट्रेनर विजय प्रताप सिंह ने बताया। ब्लाक संसाधन केंद्र विशेश्वरगंज में तीसरे चक्र के एफएलएन प्रशिक्षण में शनिवार को दूसरे दिवस पर मास्टर ट्रेनर विजय प्रताप सिंह ने गणित शिक्षण को सुगम बनाने के लिएष्मैं करूं, हम करें, और आप करोष्पद्धति के माध्यम से बच्चों को बुनियादी भाषा तथा गणित में निपुण करना बताया। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण का मूल उद्देश्य कक्षा कक्षीय प्रक्रियाओं में आने वाली चुनौतियों को समझना एवं नवीन पाठ्य पुस्तक एवं पाठ्य पुस्तक आधारित कार्यपुस्तिका की समग्र समझ विकसित करना है, जिसका प्रयोग कर बच्चों को निपुण बनाया जा सके।
प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर विवेक विक्रम सिंह ने आंकलन एवं दैनिक रिमिडियल कार्य के बारे में जानकारी देते हुये कहा कि आंकलन का उद्देश्य बच्चों की प्रगति जानना है। क्योंकि हर बच्चे के सीखने की गति अलग अलग होती है। कक्षा के किस बच्चे ने क्या सीख लिया, क्या छूट गया,यह जानने के लिये आंकलन आवश्यक है। इस दौरान मास्टर ट्रेनर संतोष कुमार सिंह, दिवाकर पाण्डेय सहित प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे शिक्षक पुनीत अग्रवाल, आशीष पाण्डेय, अनूप सोनी, विकास शुक्ला, प्रवीण कुमार तिवारी, कमलेश वर्मा, उमेश कुमार सिंह, प्रमोद कुमार, दिव्या शर्मा, डा0 महिमा सिंह, सौम्या सिंह, फरीदा बनो सहित सभी प्रतिभागी उपस्थित रहे।