गोंडा : मुख्य सड़कों के निर्माण में भारी अनियमिताएं सड़कों में पडी दरारे व कई जगहों पर गड्ढे
पांडवों के द्वारा स्थापित पृथ्वीनाथ मंदिर के साथ ही श्रावस्ती में भगवान बुध्द के स्थली को जोड़ने वाली सड़क से जुड़ा हुआ है
बृज भुषण तिवारी/दैनिक बुद्ध का संदेश
गोंडा। धार्मिक स्थल बाबा पृथ्वीनाथ मंदिर सहित अन्य को जोड़ने वाली मुख्य सड़कों के निर्माण में भारी अनियमिताएं की गई जिसका उदाहरण सड़कों पर पड़ने लगी दरारें व जगह-जगह गड्ढे तथा उखड़ रही है सड़क हैं जिसका निर्माण लगभग तीन साल में पहले पी डब्लू डी विभाग के द्वारा कराए गया जहां पर आम आदमी के उम्मीदें पर पानी फेर रहा है । धार्मिक स्थलों जो जोड़ने वाली सड़कों के निर्माण में हीलाहवाली की गई है।यह मुद्दा लोगों के जुबान पर चर्चा का विषय बना हुआ है और लोगों को सड़कों पर जगह जगह गढ्ढे व दरारें चिढ़ा रही है।
पांडवों के द्वारा स्थापित पृथ्वीनाथ मंदिर के साथ ही श्रावस्ती में भगवान बुध्द के स्थली को जोड़ने वाली सड़क से जुड़ा हुआ है। जिसका निर्माण लगभग 55 करोड़ से किया गया था।शासन की प्राथमिकता में शामिल रहने के बाद भी सड़क के निर्माण में मनमानी हुई। कई बार शिकायतें हुई और जांच भी हुई। इसके बाद भी सड़क निर्माण की हकीकत बयां कर रही है। 22 किमी लंबी सड़क के निर्माण से श्रावस्ती, बलरामपुर जनपद से सीधे गोण्डा मुख्यालय से लोग जुड़ गए थे। स्थानीय कस्बा से गोकरन शिवाला से पृथ्वीनाथ मंदिर और झालीधाम तक बनी सड़क से स्थानीय लोगों में नाराज़गी हैं सड़क की दुदर्शा से स्थानीय लोग दुखी है। कशमिरवा निवासी अनमोल कृष्ण पांडेय ने बताया कि यह सबसे महत्वपूर्ण सड़क थी।
अंतर्राष्ट्रीय स्थल श्रावस्ती से न सिर्फ लोग जुड़ रहे थे, बल्कि दूरी भी घट रही थी, लेकिन सड़क का निर्माण सही ढंग से नहीं हो सका। इसी तरह संतोष तिवारी ने कहा कि सड़क के निर्माण के मानक की अनदेखी की गई और बराबर इसके लिए आवाज उठती रही। जांच तो हुई, लेकिन निर्माण में सुधार नहीं हुआ। विहिप प्रखंड मंत्री रूपईडीह राजेश दुबे ने कहा कि धार्मिक स्थलों को जोड़ने वाली सबसे अहम सड़क के निर्माण की अनदेखी हुई है, जगह जगह गढ्ढे व दरारें पड़ गई है लोगों को आवागमन में दिक्कत होती हैं परसौनी गांव के पास सड़क गढ्ढों में तब्दील हो गई है जहां राहगीर गिर कर घायल हो रहें हैं। मुन्ना शुक्ला ने भी कहा कि इस सड़क से काफी उम्मीदें थीं। सड़क को बेहतर ढंग से बनाया जाना चाहिए था। लेकिन मानक विहीन निर्माण होने से सड़कें गढ्ढों में तब्दील हो गई है।
बाक्स…………..सड़क निर्माण के धांधली की उठी थी आवाज
धार्मिक स्थल को जोड़ने वाली सड़क निर्माण के शुरू होते ही सवाल खड़े होने लगे थे। उस समय पुरानी सड़क के दोनों पटरियों पर 15 सेंटीमीटर तक खुदाई करके गिट्टी डालने के मानक तक की अनदेखी हुई थी। कहीं 7 से 8 सेमी तक ही खुदाई कर कार्य हो रहा था, कुछ स्थानों पर ही ज्यादा से ज्यादा 10 सेंटीमीटर तक खुदाई हुई थी।
इसके अलावा जीरा गिट्टी कम हो डाली गयी थी। सड़क को करीब सात मीटर चौड़ी करना था और जहां आबादी है, वहां पर नाली का निर्माण भी होना था। इसके अलावा सड़कों के बीच में पड़ने वाले पुल व पुलियों का भी चौड़ीकरण समेत आदि कार्यों को लेकर स्थानीय लोगों ने शिकायत की थी। पीडब्लूडी के अधिकारियों ने जांच किया था और निर्माण में सुधार का भरोसा दिया था। अब जब सड़क पर आवागमन शुरू हुआ तो कई स्थानों पर बड़े बड़े गढ्ढे व दरारें से मानक के अनदेखी की बात सामने आ रही है। इससे लोगों में गुस्सा दिख रहा है।