बलरामपुर : 15 दिनों के अंदर ही बलरामपुर चीनी मिल्स लिमिटेड में दूसरे मजदूर की मिल प्रबंधन की लापरवाही से मौत।
दैनिक बुद्ध का सन्देश
बलरामपुर । बलरामपुर चीनी मिल्स लि० बलरामपुर अपने नाम का मुहताज नहीं है चीनी उत्पादन से लेकर गन्ना कश्तकारो के भुगतान के मामले में अच्छी भूमिका में रहती है यही कारण है कि मिल देखते देखते प्रदेश में अपना स्थान बना लिया है वर्तमान में मिल कि पेराई छमता व उसके मुनाफे में भी काफी बढ़ोतरी हुई है और इस सबके पीछे मिल की अपनी पुरानी साख है जिस पर क्षेत्र का किसान आंख बंद करके विश्वास करता है इसके साथ ही यहां के मिलने कार्यरत कर्मचारी की अथक मेहनत का ही प्ररिणाम है कि मिल का नाम प्रदेश की अग्रणी सूची में है पर दुर्भाग्य यह कि इस सबके बीच मौजूदा प्रबंध तंत्र किसानों की बात तो छोड़ दी जाये अपने उन कर्मचारियों के साथ भी नहीं खड़ा हो रहा है जिनके दो -दो पीढ़ियों ने इस मिल को अपना खून पसीना बहाया और आज जब एक मिल प्रशासन की ही असावधानी से कर्मचारी की दुर्घटना में मृत्यु हो गयी जिसके 15 दिन बाद भी स्थानीय प्रबंधन मिल कर्मचारी के आश्रितो को नौकरी मुआवजा व आवास देने जैसे मामलों में चुप्पी साधे हुए हैं यही नहीं एक घटना के 20 दिन भी नहीं बीते एक पुनः दूसरी घटना घट गयी और उस में बताया गया कि संबंधित कर्मचारी को रोप लाइन नहीं दिया गया था।
जिस कारण से उसकी दुर्घटना में मृत्यु हो गयी मृतक के परिवारों ने घटना के संदर्भ में पुलिस को प्रार्थना पत्र दिया पर यह कितना कारगर होगा बताने की जरुरत नहीं है इस सबके बीच मिल में कार्यरत कर्मचारी संगठन ने भी अपने स्तर से मिल प्रबंधन को नोटिस दिया है। लेकिन अब तक कोई परिणाम नहीं आया ऐसे में क्या मिल के कर्मचारी ऐसे ही मरते रहेंगे और खामोश रहेंगे भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ नेता सतीश श्रीवास्तव व उनके साथ स्थानीय स्तर के कई समाजसेवी संगठनों ने मामले के शीघ्र ही संतोषजनक निराकरण न होने पर इस अध्यापक आंदोलन का रुप दिया जायेगा ये तब तक चलेगा जब तक पीड़िता कि मांगे पूरी नहीं हो जाती अब कर्मचारियों के खून पसीने का हिसाब इस प्रबंध तंत्र से लिया जायेगा