गोंडा : विकास का केंद्र ब्लॉक जो खुद विकास से लाखों दूर
कर्सर.............विकास खंड रूपईडीह पर शुलभ शौचालय, पेयजल, जर्जर भवन, प्रशिक्षण केन्द्र, जैसे मूलभूत सुविधाओं से लाखों कोस दूर
दैनिक बुद्ध का संदेश/बृजभूषण तिवारी
गोंडा। गांवों के विकास की रूपरेखा तैयार कर के विकास को गति देने का कार्य विकास खंड को दी गई है जो ग्राम पंचायतों के विकास का केंद्र बिंदु कहा जाता है। जो आज खुद विकास से लाखों कोस दूर है। मामला विकासखंड रुपईडीह से जुड़ा हुआ है जहां पर 155 राजस्व गांवों के विकास कार्यों का किया जाता है लेकिन केंद्र बिंदु ही मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं गांवों को स्वच्छ एवं सुन्दर बनाने के लिए लाखों रूपये खर्च कर सामुदायिक शौचालय, व्यक्तिगत शौचालय, सहित विभिन्न मदों पर क्षेत्रों में विकास करने की ज़िम्मेदारी है लेकिन विकास खंड रूपईडीह पर शुलभ शौचालय, पेयजल, जर्जर भवन, प्रशिक्षण केन्द्र, जैसे मूलभूत सुविधाओं से लाखों कोस दूर है जहां पर क्षेत्र से आने वाले महिलाओं, पुरूषों, जनप्रतिनिधियों को शौच आदि सहित विभिन्न कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
विकासखंड कार्यालय के सामने लाखो रूपये खर्च करने के बाद कई सालों से अर्ध निर्मित शौचालय बना हुआ है जिसमें न दरवाजे लगाया गया न ही पानी आदि की व्यवस्था किया गया। ब्लाक परिसर में बना शौचालय के खुला गढ्ढा मौत को दावत दे रहा है। लेकिन जिम्मेदार मौन व्रत धारण कर कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। जब कि कई बार जनपद के उच्च अधिकारियों के द्वारा दौरा कर ब्लाक परिसर का निरीक्षण किया गया और निर्देशित भी किया गया लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा संज्ञान न लेना व राजनीतिक शिकार होने से मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं जहां पर जनप्रतिनिधियों, आम जनमानस को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इस संबंध में खंड विकास अधिकारी से संपर्क किया गया लेकिन पक्ष की जानकारी नहीं हो सका।