बलरामपुर: सरकारी विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को मिला एड्स संबंधी जानकारी
दैनिक बुद्ध का संदेश
बलरामपुर। उत्तर प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी के सहयोग से चलाए जा रहे लक्षित हस्तक्षेप परियोजना के अंतर्गत मंगलवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय सभागार में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला की अध्यक्षता मुख्य चिकित्सा अधिकारी बलरामपुर डॉ सुशील कुमार द्वारा किया गया। कार्यशाला में स्वास्थ्य विभाग आई सी डी एस व अन्य सरकारी विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को एड्स संबंधी जानकारी दी गई और इससे बचाव के उपाय बताए गए।
कार्यशाला उत्तर प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण सोसायटी लखनऊ से आये संयुक्त निदेशक नाको डॉ रमेश कुमार ने बताया कि आज विश्व के सामने एचआइवी, एड्स एक चुनौती बनता जा रहा है। इस बीमारी से बचने के लिए अधिक से अधिक जानकारी लोगों तक पहुंचनी चाहिए। क्योंकि, एड्स जैसी लाइलाज बीमारी बीमारी की जानकारी ही बचाव है। जिला क्षय रोग अधिकारी बलरामपुर डॉ अतुल कुमार सिंघल ने बताया गया कि कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य लक्षित हस्तक्षेप परियोजना के सदस्यों को आंतरिक तथा बाहरी रूप से सक्षम बनाना है, ताकि परियोजना के कार्य को सुचारू रूप से चलाया जा सके। उन्होंने कहा कि एचआइवी, एड्स के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है। जागरूकता कार्यक्रमों के बारे में लोगों को इस बीमारी के बारे में बताया जा रहा है। इसके साथ ही इससे बचने के लिए सावधानी बरतने के बारे में भी अवगत करवाया जा रहा है, ताकि सभी लोग इस बीमारी के बारे में जागरूक होकर इससे बच सकें। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को यह बीमारी होती है, उनके द्वारा या तो सावधानी नहीं बरती गई होती है या फिर उन्हें किसी अन्य कारणों से बीमारी लग जाती है। इसलिए लोगों को हमेशा बीमारी से बचने के लिए जागरूक रहने की जरूरत है। इस बीमारी से बचने के लिए लोगों का जागरूक होना सबसे जरूरी है। जागरूकता बचाव है।कार्यशाला में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अनिल कुमार चौधरी, डॉ मीनाक्षी चौधरी, क्षेत्राधिकारी नगर ज्योतिश्री, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी अरविन्द मिश्रा, एसटीआई काउंसलर सूर्यमणि त्रिपाठी, जिला समन्वयक क्षय रोग महेंद्र शुक्ल आदि उपस्थित रहे।