कुशीनगर बौद्ध संग्रहालय में पत्रकार अवधेश तिवारी की 13 वी पुण्यतिथि मनाई गई
सामाजिक प्रतिबद्धता का क्षेत्र है पत्रकारिता: पूर्व सांसद राजेश पाण्डेय

कुशीनगर। सोशल मीडिया के दौर में प्रिंट मीडिया के सामने चुनौतिया बढ़ गई हैं स विशाल वट वृक्ष के रूप में आज सोशल मिडिया पूरी दुनिया में फ़ैल चुकी हैस हालांकि सबसे पहले प्रिंट मिडिया ही विकसित हुआ लेकिन घबराने की जरूरत नही हैं दौर आते जाते रहेंगे स उक्त बातें कुशीनगर के पूर्व सांसद राजेश पाण्डेय उर्फ़ गुड्डू भईया ने मुख्य अतिथि के रुप मे बौद्ध संग्रहालय में जर्नलिस्ट्स वेलफेयर आर्गनाइजेशन उत्तर प्रदेश के संस्थापक अध्यक्ष स्वर्गीय अवधेश तिवारी की 13 वीं पुण्यतिथि पर ज़े.डब्लू.ओ कुशीनगर एवं ष्नवप्रभाष् शैक्षिक, सामाजिक, साहित्यिक, सांस्कृतिक एवं पर्यावरणीय मंच कुशीनगर के संयुक्त तत्वावधान में सोमवार को राजकीय बौद्ध संग्रहालय कुशीनगर में आयोजित समकालीन दौर में प्रिंट मिडिया की चुनौतियां विषयक संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए कहास कहा कि डिजिटल और प्रिंट दोनो मिडिया की अपनी महत्ता है। सुबह उठ कर हम टीवी नहीं देखते है बल्कि अख़बार खोल कर देखते है। टीवी समाचार हम अधिकांशतः शाम को ही देखते है। प्रिंट मिडिया को लांच करने के लिए बहुत सारी आवश्यकता होती हैं जबकि सोशल मिडिया को इसकी आवश्यकता नहीं होतीस प्रिंट मिडिया में आज की खबरें कल पढ़ने को मिलती है जबकि इलेक्ट्रॉनिक एवं सोशल मिडिया पर तत्काल खबरें देखने और पढ़ने को मिल जाती है। प्रिंट मिडिया मे हमें विस्तार पूर्वक कला, संस्कृति, आर्टिकल आदि पढ़ने को मिल जाता है लेकिन डिजिटल मिडिया में नहीं मिल पाता है। डिजिटल मिडिया में खबरें केवल आंशिक रूप में ही पढ़ने को मिल पाता है। दोनों का महत्व भी है तथा चुनौतिया भी । विशिष्ट अतिथि बुद्ध स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. विनोद मोहन मिश्र ने कहा कि प्रिंट मीडिया का अस्तित्व कभी समाप्त नहीं होगा स आज भी प्रिंट मीडिया की खबरें पूरी तरह प्रासांगिक हैं स प्रिंट मीडिया के खबरों की विश्वनीयता अभी क़ायम हैं। उदित नारायण स्नात्तकोत्तर महाविद्यालय पडरौना प्राचार्य प्रो.ममता मणि त्रिपाठी ने अपने सम्बोधन में कही कि सोशल मीडिया की भरमार हुई है जिससे प्रिंट मीडिया पर प्रभाव भी पड़ा हैं लेकिन प्रिंट मीडिया की विश्वसनीयता और महत्व आज भी बना हुआ हैं। नगरपालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि राकेश जायसवाल ने कहा कि आज प्रिंट मीडिया सोशल मीडिया से प्रभावित हुआ है। आज कल हर व्यक्ति मीडिया हो गया है। सोशल मीडिया, प्रिंट मीडिया सहित शिक्षा व अन्य क्षेत्रो में प्रभावित किया है। फिर भी प्रिंट मिडिया की विश्वासनीयता है। पूर्व प्राचार्य प्रो.अमृतांशु शुक्ल ने कहा कि आज के परिवेश में प्रिंट मीडिया हर क्षेत्र में न्याय दिलाने के लिए सबसे मजबूत स्तम्भ हैं। हर व्यक्ति विश्वनीयता पर न्यूज़ पेपर जरूर पढ़ता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पूर्व विधायक रजनीकांत मणि त्रिपाठी ने कहा कि प्रिंट मीडिया का कभी भी अस्तित्व समाप्त नही होगा। दुनिया में हर एक के सामने चुनौतिया हैं। इलेक्ट्रॉनिक मिडिया को भी प्रिंट मीडिया का ही सहारा लेना पड़ता हैैं। कहीं भी प्रिंट मीडिया पीछे नही हैं। अख़बार खरीद कर हम जरूर पढ़े स मैं दावा करता हूँ कि प्रिंट मीडिया को कोई पीछे नही कर सकता स इससे पहले विषय प्रवर्तन करते हुए प्रो गौरव तिवारी ने कहा कि समकालीन दौर में प्रिंट मीडिया के सामने बड़ी चुनौतिया हैं, हर व्यक्ति इस समय सोशल मीडिया हो गया स प्रिंट मीडिया को व्यवसायिक रूप से बांध दिया गया हैं। इसके बावजूद प्रिंट मीडिया सबसे विश्वसनीय हैं। कार्यक्रम का शुभारम्भ माँ सरस्वती व स्वर्गीय अवधेश तिवारी के चित्र पर माल्यार्पण कर व उनके समक्ष दीप प्रज्जवलन कर किया गया स अतिथियों का स्वागत संयोजक आलोक कुमार तिवारी ने किया तथा कार्यक्रम के अंत मे आभार ज्ञापित भी किया। संचालन शिक्षक राधेश्याम त्यागी ने किया स इस अवसर पर नगरपालिका परिषद कुशीनगर अध्यक्ष किरन राकेश जायसवाल, सभासद केशव सिंह, डॉ. निरंकार राम त्रिपाठी, डॉ. आशुतोष तिवारी, डॉ. निगम मौर्य, डॉ. शशिकांत पाण्डेय, चंद्र प्रताप सिंह, डॉ. सौरभ द्विवेदी, अजय पाण्डेय, कन्हैया तिवारी, रामेश्वर तिवारी, राजेश सिंह, अशीष तिवारी, विजय शंकर गुप्ता, विशाल तिवारी, राज बहादुर राव, विनयकांत मिश्र, रोटरी क्लब अध्यक्ष वाहिद अली, राजेश शुक्ला आदि सहित प्रिंट व इलेक्ट्रानिक मिडिया के पत्रकार, शिक्षक और छात्र/छात्राएं मौजूद रहे। पत्रकारिता के क्षेत्र में कुन्दन मिश्र व संजय चाणक्य, सामाजिक क्षेत्र में राकेश जायसवाल, साहित्यिक क्षेत्र में दिनेश तिवारी भोजपुरिया, सांस्कृतिक क्षेत्र में सुनील मिश्र, शैक्षिक क्षेत्र में लीन्हसन पब्लिक स्कूल व कुशीनगर पब्लिक स्कूल को राजकीय बौद्ध संग्रहालय में आयोजित कार्यक्रम में स्व.अवधेश तिवारी स्मृति पूर्वांचल रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त गायक हरिलाल हरी, तेजप्रताप शुक्ल, प्रेमशंकर सिंह सूर्यवंशी व सुप्रसिद्ध उदघोषक राधेश्याम यादव को भी सम्मानित किया गया।