अम्बेडकरनगर : मजिस्ट्रेट की तैनाती न होने से लंबित वादों का निस्तारण न होना फरियादियों के लिया बना मुसीबत
दैनिक बुद्ध का संदेश
अम्बेडकरनगर। जनपद मुख्यालय की अकबरपुर तहसील में सिकंदरपुर कोर्ट की कुर्सी एक वर्ष बीतने को हैं। लेकिन कोर्ट की कुर्सी आबाद नहीं हो पाने के कारण फरियादियों के वादों के मामले में निस्तारण न हो पाने से उनको मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा हैं। सबसे बड़ी बात उक्त कोर्ट की कुर्सी खाली होने की जानकारी उच्च अधिकारियों को भी हैं। बावजूद इसके कोर्ट की कुर्सी को आबाद न किया जाना क्यों नहीं मुनासिब समझा जा रहा है। जब की आप को बता दे कि अकबरपुर तहसील में सिकंदरपुर कोर्ट की कुर्सी इससे पहले नायब तहसीलदार के रूप में अनुराग यादव के पास थी लेकिन उनका ट्रांसफर टांडा तहसील में नायब तहसीलदार के पद पर हो गई। तब से आज तक उक्त कोर्ट की कुर्सी आबाद न हो सकी वर्तमान समय में यही हाल अकबरपुर कोर्ट और न्यायिक कोर्ट का हैं। ज्ञातव्य हो की एक तहसीलदार के सहारे अकबरपुर तहसील में दोदृदो कोर्ट चल रहा है। उक्त कारण से वादकारियों के वादों का निस्तारण समय से न हो पाने के कारण उनको मुसीबतों का सामना कर झेलना पड़ रहा हैं। अब ऐसे में कैसे होगा वादकारियों के वादों का समयबद्ध निस्तारण फिर हाल वादकारियों के लिए मौजूदा समय में मजिस्ट्रेट की तैनाती न होना फरियादियों के लिए परेशानियों का सबब बना हुआ हैं।