बांसी : जाँच का विषय: रद्दी ईंटों से बनवाया जा रहा है इंटरलॉकिंग सड़क
दैनिक बुद्ध का संदेश
बांसी। नगरपालिका में कौन सा कारगुजारी कब अंजाम दे दिया जाए कुछ पता नहीं है। एक सप्ताह पहले 02 इंटरलॉकिंग मार्गों के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी राजा गणपति आर द्वारा सडक को उखाड़ कर दुबारा बनने का आदेश भी इनके पल्ले नहीं पडा। मामला बांसी डुमरियागंज मार्ग पर काली मंदिर के बगल से जाने वाले मार्ग का है। लगभग 02 वर्ष पहले आधा दूरी तक सीमेन्टेड ईंट से बनवाने के पश्चात दुबारा अब जब उसका सुधि लिया गया तो भट्ठे पर फेंकें गए बेकार रद्दी सडे गले ईंटों को जोडकर कार्य पूरा कर लिया जा रहा है। वैतनिक स्तर पर अपने आपको न्युक्त मान चुके सभासदों को ऐसे कार्य से मतलब नहीं है तो मुहल्ले वासी जहाँ कुछ नहीं वहाँ यही बेहतर है के नारे लगाकर उछल रहे हैं। कुछ लोगों का विरोध यहां कोई मायने नहीं रखता है।
सूत्रों के अनुसार अभी इसका टेंडर भी नहीं हुआ है। पालिका के कार्यों पर निगाह रख रहे कुछ लोगों का कहना है कि मध्यप्रदेश के किसी उर्दू अखबार में छपवा कर सारी प्रक्रिया हमेशा की तरह पूर्ण करके धन का अहरण कर लिया जाएगा। इस बारे में अधिशासी अधिकारी मुकेश का कहना है कि टेंडर नहीं हुआ है मैडम अपने पास से करवा रहीं हैं। अधिक जानकारी जेई से कर लीजिए। जेई अब्दुल करीम ने पूछने पर फोन को होल्ड कर दिया। स्थानीय नागरिकों ने कहा कि डीएम साहब अगर किसी भी निर्माण की वस्तुस्थिति का निरीक्षण करें तो हर निर्माण को बदलना पड़ेगा। सभासद सत्य नारायण मौर्य ने कहा कि मुझे पता ही नहीं है। फोन करके पुछवा रहा हूँ।