सिद्धार्थनगर : व्यक्ति निर्माण में शाखा की भूमिका अहम
दैनिक बुद्ध का संदेश
सिद्धार्थनगर। भारत का सनातन धर्म और संस्कृति सबके लिए समान है और सबके कल्याण के लिए है। भारत दुनिया को परिवार मानता है। भारत ही एक ऐसा देश है जहां एक जीव दूसरे जीव को भोजन देता है, हम गाय को भोजन देते हैं, कुत्ते को भोजन देते हैं, यहां तक कि हमारे यहाँ नाग पंचमी पर नाग को भी दूध पिलाते हैं, जबकि दुनिया के कई ऐसे धर्म है जो जीवों की हत्या करने के लिए त्यौहार मानते हैं। उक्त बातें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ नौगढ़ नगर द्वारा विद्या मंदिर में आयोजित वन विहार कार्यक्रम पर विभाग प्रचारक श्री राजीव नयन ने कही। आगे उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालते हुए कहा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का प्राण दैनंदिन लगने वाली शाखा है ।संघ शाखा लगता है और उसमें आने वाले स्वयंसेवकों का ऐसा निर्माण होता है जो समाज का संरक्षण करता है। जिस कार्य को करने से देश का भला हो ऐसे स्वयंसेवकों का निर्माण संघ शाखा के माध्यम से करता है।
देश को सुंदर बनाना एक-एक स्वयंसेवक की जिम्मेदारी है। समरसता संघ की निष्ठा का विषय है हमारा लक्ष्य समाज को लेकर आगे बढ़ाना है। दैनिक शाखा से अनुशासन व जीवन जीने की प्रवृत्ति पैदा होती है इसलिए नियमित शाखा जाना चाहिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता सह नगर संघचालक मुरलीधर अग्रहरि ने की। उक्त अवसर पर जिला कार्यवाहक शिवेंद्र सिंह, सह जिला कार्यवाह अविनाश जायसवाल, सौरभ त्रिपाठी, धनंजय रस्तोगी, रणजीत चौधरी, अनूप पाठक, अभय त्रिपाठी, विप्लव सिंह, सुरेश रैना, अवकाश प्राप्त एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर आद्या प्रसाद मणि त्रिपाठी, महादेव प्रसाद व सामाजिक समरसता प्रमुख शंभू गुप्ता समेत अनेक स्वयंसेवक बंधुओं की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।