सिद्धार्थनगर : सांसद पाल ने उठाया लोकसभा में किसानों की समस्या
दैनिक बुद्ध का सन्देश
सिद्धार्थनगर। सांसद जगदंबिका पाल ने सिद्धार्थनगर सहित पूर्वी उत्तर प्रदेश के किसानों और गरीब लोगों को बाढ़ से हुए नुकसान के आकलन करने के लिए एक केन्द्रीय अध्ययन टीम भेजने कि मांग संसद भवन में किया। भारतीय जनता पार्टी के सांसद जगदंबिका पाल ने आज लोकसभा में शून्य काल के दौरान अपने संसदीय क्षेत्र सिद्धार्थनगर सहित पूर्वी उत्तर प्रदेश में बूढ़ी राप्ती नदी, राप्ती नदी और गंडक नदी के बढ़ते स्तर के कारण सिद्धार्थनगर सहित पूर्वी उत्तर प्रदेश में अभूतपूर्व बाढ़ कि समस्या का मुद्दा उठाया।
सांसद जगदंबिका पाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार में बाढ़ के कारण सिद्धार्थनगर के 8730 हेक्टेयर भूमि जलमग्न हो गई और 580 गाँव बुरी तरह प्रभावित हुआ है। उत्तर प्रदेश के 21 जिलों के 2235 गाँव लगातार बारिश, नदियों के उफान और तटबंध टूटने के कारण जलमग्न हो गया। अक्टूबर के पहले 12 दिनों में, यूपी ने सामूहिक रूप से 145.3 डड बारिश दर्ज की है, जो की सामान्य बारिश कि तुलना में 657ः की अतिरिक्त बारिश दर्ज की गई है। प्रभावित जिलों में मेरा अपना सिद्धार्थनगर, बलरामपुर और श्रावस्ती आदि शामिल हैं। सांसद ने आगे बताया कि इस बाढ़ से करीब न्च् के 13.5 लाख लोग सीधे तौर पर प्रभावित हुए हैं। बाढ़ के कारण किसानों कि धान की फसल बुरी तरह बर्बाद हो गईं है। साथ ही कई मकान और सड़क ध्वस्त हो गये। इसलिए वह केंद्र सरकार से अनुरोध करते है कि यूपी राज्य में उत्तर प्रदेश के किसानों और गरीब लोगों को हुए नुकसान का आकलन करने के लिए एक केन्द्रीय अध्ययन टीम भेजने का कष्ट करे। जिससे अध्ययन दल उचित आकलन के बाद किसानों व अन्य लोगों को उचित मुआवजा दिलाने का कार्य सुनिश्चित करे।