सिद्धार्थ विश्वविद्यालय समिति में पुराने सदस्य होने से कार्य प्रभावित, नहीं हुई नये समिति की गठन

कपिलवस्तु/सिद्धार्थनगर। सिद्धार्थ विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता शिक्षा संकाय प्रो0 श्रीप्रकाश मिश्रा जो मां पाटेश्ववरी विश्वविद्यालय से सम्बद्ध हो गये है और प्रो0 मिश्र वहां के शिक्षा संकाय बोर्ड में शामिल हो गयें, जिसकी अधिसूचना शासन ने 27 मई को ही जारी कर दी। परन्तु सिद्धार्थ विश्वविद्यालय में शिक्षा संकाय के अधिष्ठाता अभी भी उन्हीं को बनाये हुए है, जो कि परिनियमावली का उल्लंघन है। इसके अतिरिक्त बलरामपुर और श्रावस्ती जनपद के जो शिक्षक सिद्धार्थ विश्वविद्यालय के विभिन्न समितियों में है, उनको भी बाहर होना सुनिश्चित किया जाना चाहिए। परन्तु सिद्धार्थ विश्वविद्यालय ने अभी तक इस पर कोई कदम नहीं उठाया है। शासन की इस अधिसूचना के बाद सिद्धार्थ विश्वविद्यालय की विद्या परिषद, कार्य परिषद, परीक्षा समिति, ठव्ै, विभागीय शोध समिति का गठन पुनः होना है। क्योंकि इन सभी समितियां में बलरामपुर और श्रावस्ती जनपद के शिक्षक हैं, जो नियमानुसार अब सिद्धार्थ विश्वविद्यालय की इन समितियां में नहीं रह सकते। श्रावस्ती और बलरामपुर जिले के शिक्षकों के अधीन सिद्धार्थ विश्वविद्यालय से शोध कर रहे छात्रों हेतु एक सह शोध निर्देशक आवंटित होने चाहिए। अधिष्ठाता शिक्षा संकाय का पद भी रिक्त हो गया, क्योंकि वर्तमान अधिष्ठाता शिक्षा संघ का बलरामपुर जनपद के शिक्षक हैं। ऐसी स्थिति में अभिलम्ब अधिष्ठाता घोषित होना चाहिए जो अभी तक विश्वविद्यालय नहीं कर पाया है।