गोरखपुर : वैज्ञानिक सलाह पर तिलहन की खेती करें बढ़ाएं उत्पादन- वीरभद्र
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गोला/गोरखपुर। मनुष्य के भोजन में खाद्य तेल तिलहन का विशेष महत्व है। खाद्य तेल पर हमेशा सवाल उठता है कि उच्च गुणवत्ता का तेल बाजार में नहीं मिलता है। उसका विकल्प है कि किसान स्वयं तिलहन की खेती कर उत्पादन करें। उत्पादन का स्वयं प्रयोग करें स्वस्थ रहें और देश के हर नागरिक को स्वस्थ्य बनाने में सहयोग करें। सरकार की योजना है देश में तिलहन का अधिकतम उत्पादन हो इस दिशा में सरकार अनेक योजनाएं चल रही है। तिलहन का उत्पादन बढ़ाने के लिए बीज व्यवस्था वैज्ञानिक तकनीक कृषि यंत्रों का उपयोग कारगर फसल सुरक्षा की जानकारी मिले।उक्त जानकारी राजकीय कृषि बीज भंडार गोला परिसर में तिलहन विकास कृषक गोष्ठी में पी जी कॉलेज बड़हलगंज के शस्य वैज्ञानिक डॉ वीरभद्र तिवारी ने दिया।
गोष्ठी में पूर्व अपर जिला कृषि अधिकारी राम अधार यादव ने तिलहन के खेती में बीज का चयन बीज शोधन आधुनिक कृषि यंत्रों का प्रयोग संतुलित उर्वरक प्रयोग पोषक तत्व प्रबंधन फसल अवशेष प्रबंधन आई पी एम विधि से फसल सुरक्षा आदि की जानकारी दी। गोष्ठी में अरुणाकर सिंह अनिल कुमार सिंह राम भरोस भगवान दास बृजेंद्र कुमार शेषनाथ पाल ने खेती की तकनीक की जानकारी एवं सरकार द्वारा तिलहन को बढ़ावा देने के लिए चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी। अध्यक्षता अरुणाकर सिंह एवं संचालक राजकीय कृषि बीज भंडार प्रभारी राजनरायन यादव ने किया। गोष्ठी में घनश्याम मौर्य गिरजेश नायक उदय भान मौर्य हरि प्रसाद यादव मोलई राजेंद्र प्रतिमा निशा देवी आशा देवी दीपचंद इसरावती सुनैना आदि अधिक संख्या में मौजूद रहे।