सिद्धार्थनगर : मधवापुर-चेतिया-जिगनिहवां मार्ग के चौड़ीकरण में बिजली के पोल (खम्भा) बना रोड़ा, राहगीर हो रहें परेशान
दैनिक बुद्ध का संदेश
शोहरतगढ़/सिद्धार्थनगर। जिले के मधवापुर-चेतिया-जिगनिहवां मार्ग की चौड़ीकरण का कार्य प्रारम्भ तो हुआ लेकिन चेतिया कस्बें में स्थित राधा-कृष्णा मंदिर के सामने चेतिया में सीसी रोड़ निर्माण कार्य हो रहा है। बिजली विभाग की लापरवाही कहा जायें या लोकसभा चुनाव की का अभाव बिजली के खम्भे रोड में पड़ रहे हैं। बताया जाता है कि पीडब्ल्यूडी विभाग की तरफ से बिजली विभाग को जिगनिहवां से चेतिया मार्ग के चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण के अन्तर्गत पड़ने वाले विद्युत पोल को हटाने हेतु इस कार्यालय के पत्र सं0-253/1सी/ 24/ दिनांक 01.03.2024 द्वारा रुपया 31566626लाख टोकन सं0- 6724113146 ध्यान 27.02. 2024 द्वारा अधिशासी अभियन्ता विद्युत वितरण खण्ड बांसी पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लि0 सिद्धार्थनगर को हस्तान्तरित कर दिया गया है।
लेकिन बिजली विभाग द्वारा अभी तक बिजनी की पोल नहीं हटायेन गयें। बिजली की पोल न हटायें जाने से शीशी रोड बनते समय कई जगहों पर रोड़ में बाधा डाल रहा है। कई स्थानों पर आपको देखने को मिल सकता है। जैसे कि आप फोटो में देख सकते हैं। चेतिया, बड़हर घाट, मालीजोत चौराहों आदि पर बीच में कहीं पर किनारे पर खड़े विद्युत और दुर्घटना का दावत दे रहा है। इस पर यह सवाल उठ रहा है कि अगर बाद में बिजली विभाग के कर्मचारियों द्वारा विद्युत पोल (खम्भे) को हटा जायेगा तो सीसी रोड़ क्षतिग्रस्त हो जायेगा। इसका जिम्मेदार कौन होगा। जब बिजली विभाग के अधिकारी से बात किया गया तो उन्होंने बताया कि लोकसभा चुनाव में व्यस्त होने के कारण निर्माण कार्य में अवरोध पैदा हो रहा है। आदर्श आचार संहिता खत्म होती ही बिजली के खम्भे हटाने का कार्य आरम्भ कर दिया जायेगा। लेकिन पीडब्ल्यूडी के कर्मचारियों द्वारा काम में इतनी तेजी से किया जा रहा है।
पीडब्ल्यूडी रोड़ बनाते समय जगह-जगह रोड़ पर बिजली की पोल (खम्भे) रोड़ा बना रहा हैं। लेकिन विभागीय लापरवाही बरतने वाले जिम्मेदार अधिकारी कौन है, इसकी कोई जिम्मेदारी नहीं ले रहा है। एक तरफ जहां प्राथमिक विद्यालय चेतिया प्रथम भी बन रहा है रोड़ाजहां या नाली का निर्माण बाउण्ड्रीवॉल को गिरकर होना है, पर ना बाउण्ड्रीवॉल गिराया जा रहा है और ना नाली निर्माण कार्य पूरा हो पा रहा है। नतीजा यह है की नाली का गन्दा पानी रोड़ पर पसारा रहता है। उक्त स्थान पर इतना बदबू आ रहा है कि आने जाने वाले राहगीर मुंह ढक्कर आते जाते हैं और रोज विभाग को कोसते हैं।वैसे कस्बे के अन्य लोग अपने घर पहले ही तोड़ कर निश्चित हो गये थे। लेकिन अब यह सरकारी विभाग का मामला आ गया है। अब देखना है कि उक्त जगह पर नाली कैसे बनता है। स्कूल की बाउण्ड्रीवॉल तोड़ी जायेगी या सड़क के चौड़ाई कम होगी, ऐसे ही तमाम जगहों पर चेतिया कस्बे भी में नाली का निर्माण कार्य अधूरा पड़ा हुआ है। जिसको देखने सुनने वाला नहीं कोई है।रोड़ निर्माण कर रहे कर्मचारी और जेई से पूछा गया तो उन्होंने पल्ला झाड़ते है या फोन डिसकनेक्ट कर देते है।