गोरखपुर : योगी नहीं तो उपयोगी अवश्य बने- राघव ऋषि
दैनिक बुद्ध का संदेश
गोला/गोरखपुर। उपनगर गोला के वार्ड नं 18 में स्थित सुंदरम लॉन में ऋषि सेवा समिति गोला द्वारा आयोजित संगीतमयी श्रीमद भागवत कथा के विश्राम दिवस में अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वक्ता श्री विद्या सिद्ध एवं ज्योति सम्राट काशी निवासी पूज्य राघव ऋषिजी ने संगीतमयी श्रीमद भागवत कथा का रसपान कराते हुए कहा कि मनुष्य योगी नहीं बन सकता तो उपयोगी अवश्य बने। उद्धव प्रसंग की व्याख्या करते हुए बताया कि भक्ति को यदि ज्ञान का साथ होता है तो जीवन पूर्ण बनता है। ज्ञान प्रेम के बिना यह निरर्थक है। ज्ञान भक्ति और वैराग्य तीनों का समन्वय होने से प्रभु मिलन होता है। थोथा ज्ञान अभिमान को लाता है जबकि भक्ति नम्रता को लाती है। उद्धव जी ज्ञानी थे अतः अहंकार जीवन में था। सत्संग और भक्ति दोनों को एक दूसरे की आवश्यकता है।
सत्संग करने वाला यदि परमात्मा का भजन नहीं करेगा तो उसका सत्संग निरर्थक ही रहेगा। पत्थर हमेशा गंगा जी में स्नान करता है फिर भी वह पत्थर रहता है। इसी प्रकार कई मनुष्य कथा श्रवण तो करते हैं किन्तु भक्तिमय न होने के कारण उनका जीवन सुधर नहीं पाता। अपने चरित्र से यदि अपनी आत्मा को संतोष मिले तभी मानो कि तुम्हारा स्वभाव सुधरा है।-कथा मन की व्यवस्था दूर करती है कथा से मन की व्यथा दूर होती है। कथा श्रवण करने पर भगवान के प्रति प्रेम न जागे पाप की ओर घृणा न जागे और कदम धर्म की ओर न बढ़े तो मान लो कि तुमने कथा सुनी ही नही कथा कहती है पापकर्मों का त्याग करो और प्रभु से प्रेम करो।
विविध प्रसंगों के क्रम में वेणुगीत की चर्चा करते हुए ऋषि जी ने कहा कि भगवान शिव ही बांसुरी के रूप में आए। श्रीकृष्ण के हाथों में है। सौरभ ऋषि जी ने ई चमक ई दमक फूलवन मां महक भजन गया तो श्रोतागण नृत्य करने पर विवश हो गए। मनुष्य जीवन भोग विलास के लिए नहीं बल्कि प्रभु भक्ति के लिए मिला है। संसार माया है। कथा सुनकर जीवन में उतारने से कथाश्रवण सार्थक होता है। प्रभु का नाम संकीर्तन सभी पापों को नष्ट करता है व दुःखो को शांत करता है ऐसे हरि भगवान को हम सभी नमन करते हैं। सौरभ ऋषि ने ओ गोवर्धन वारे तो भक्त श्रोता अश्रुपूरित हो भावविभोर हुए।कथा विश्राम अवसर पर गोला नगर संघ संचालक एवं व्यापार मण्डल अध्यक्ष व पीएच इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल के प्रबंधक मनोज कुमार उमर वैश्य द्वारा सपरिवार पोथी एवं व्यास पीठ पूजन संपादित किया गया। समिति द्वारा पूज्य ऋषिजी सहित समस्त संगीतज्ञ एवं विद्वानों का सम्मान किया गया। भाजपा जिला कोषाध्यक्ष शत्रुघ्न कसौधन कस्तूरी जायसवाल राकेश गुप्ता अजय मोदनवाल सुशील सोनकर संतोष जायसवाल रघु सोनकर उमेश गुप्ता सहित उपस्थित जनसमूह ने इस वर्ष के कथा की भव्य विश्राम आरती की।