गोरखपुर : डिजिटल इंडिया के अंतर्गत 2047 में भारत पूर्ण रूप से विकसित हो सके: डॉ मनोज
दैनिक बुद्ध का सन्देश
गोरखपुर। बाबू पुरूषोंत्तम दास राधा रमण दास महाविद्यालय निकट छावनी स्टेशन गोरखपुर में राष्ट्रीय सेवा योजना के सप्तदिवसीय विशेष शिविर के पांचवा दिन (रविवार) प्रथम सत्र मे स्वयंसेवको एवं स्वयसेविकाओ को प्रार्थना कराया गया।स्वयंसेवक प्रमोद कुमार यादव द्वारा योग का अभ्यास कराया गया । तत्पश्चात स्वच्छ भारत पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया प्रतियोगिता में प्रथम स्थान अर्पिता सिंह बीए प्रथम द्वितीय स्थान विवेक कुमार बीए द्वितीय एवं तृतीय स्थान निधि कन्नौजिया (बीए द्वितीय।दूसरे सत्र मे बौद्धिक परिचर्चा का आयोजन किया गया । जिसका शीर्षक डिजिटल भारत था। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डीएवी पीजी कॉलेज गोरखपुर असिस्टेंट प्रोफेसर एवं कार्यक्रम अधिकारी डॉ मनोज श्रीवास्तव का स्वागत महाविद्यालय के प्राचार्य एवं कार्यक्रम अधिकारी डॉ देव चंद प्रज्ञा द्वारा स्मृति चिन्ह देकर किया गया।
मुख्य अतिथि डॉ श्रीवास्तव ने कहा कि भारत सरकार ने वर्ष 2015 में भारत को डिजिटल रूप से सशक्त समाज व ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था के रूप में परिवर्तित करने के उद्देश्य से डिजिटल इंडिया कार्यक्रम शुभारंभ किया था। इसके प्रमुख उद्देश्यों में डिजिटल बुनियादी ढाँचे को मज़बूत करना डिजिटल सेवाएँ प्रदान करना और डिजिटल वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना शामिल है ताकि भारत 2047 में पूर्ण रूप से विकसित हो सके।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय के प्रचार डॉ विकास रंजन मणि त्रिपाठी ने कहा कि अत्यधिक रूप से मोबाइल का उपयोग करने से व्यक्ति स्नायु-शारीरिक विकृति के रोग से ग्रसित हो रहे है और साथी छोटे उम्र के बच्चों को मोबाइल फोन नहीं देना चाहिए।कार्यक्रम का संचालन एवं आभार ज्ञापन कार्यक्रम अधिकारी डॉ देव चंद प्रज्ञा द्वारा किया । इसके उपरान्त स्वयंसेवक एवं स्वयंसेविकाए द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की तैयारी की गई ।