सिद्धार्थनगर : कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की छात्राओं ने बाढ़ से बचने के खोजे उपाय
दैनिक बृद्ध का संदेश
सिद्धार्थनगर। बाढ़ की विभीषिका अत्यंत भयावह होती है। कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय जोगिया, जनपद सिद्धार्थनगर की छात्रा पुष्पलता एवं रति त्रिपाठी ने गत वर्ष अपने गांव और घर में बाढ़ की विभीषिका को झेला। और इससे अभिप्रेरित होकर छात्राओं ने बाढ़ से बचने के उपाय प्रोजेक्ट पर शोध एवं कार्य किया। मार्गदर्शक शिक्षिका प्रतिमा यादव एवं लक्ष्मी यादव के सहयोग से छात्राओं ने बाढ़ आने की समस्या एवं कारणों का पता लगाया, और उससे बचने के उपाय खोजे। बाढ़ से बचने के उपायों में सबसे पहले बच्चियों ने बाढ़ आपदा प्रबंधन समिति को सूचित किया कि नदियों के बहाव की उचित व्यवस्था करें।
इसके साथ ही उन बांधों का जाकर अवलोकन किया जहां से बंधे जर्जर थे या उनसे रिसाव होकर पानी गांव और घरों में प्रवेश कर रहा था। फिर उनके पुनर्निर्माण की सूचना जिला प्रशासन समिति को दिया और ग्रामीण वासियों को उनके घरों से निकाल कर सुरक्षित ऊंचे स्थान पर पहुंचने में मदद की। इसके साथ ही ग्रामीणों को खाद्य सामग्री राशन सामग्री पहुंचाने की व्यवस्था ग्राम प्रधान से कहकर करवायी। इन सबके अलावा बाढ़ आपदा प्रबंधन समिति को पुरानी नौकाओं के मरम्मत और टूटे एवं दरार पड़े कच्चे बांधों के पुनर्निर्माण संबंधी, प्रार्थना पत्र भी लिखें, जिससे वर्तमान में प्रशासन की गंभीरता से ससमय कार्यों को पूर्ण कर लिया गया, और नदी के मुख्य बंधे पर डबल फाटक लग गया। जिससे उफनाई नदी की धारा का प्रवाह गांव के अंदर प्रवेश न कर सके। बच्चियों के साथ महत्वपूर्ण भूमिका, मार्गदर्शक शिक्षिका प्रतिमा यादव, लक्ष्मी यादव, नंदिनी पाल, नीतू त्रिपाठी, जिला शैक्षिक समन्वयक अभिषेक कुमार, जिला समन्वयक बालिका शिक्षा सुरेंद्र कुमार श्रीवास्तव, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेंद्र पांडे एवं प्रभारी वार्डन अपर्णा सिंह आदि ने निभाई।