गोरखपुर        महराजगंज        देवरिया        कुशीनगर        बस्ती        सिद्धार्थनगर        संतकबीरनगर       
उत्तर प्रदेशदेशब्रेकिंग न्यूज़राज्यसिद्धार्थनगर

सिद्धार्थनगर : जिले में खुले अवैध हॉस्पिटल और नर्सिंग होम के खिलाफ ज्ञापन

दैनिक बुद्ध का संदेश
सिद्धार्थनगर। जनपद सिद्धार्थनगर के पांचों तहसीलों में कुकर मुत्तो की तरह उग रहे अवैध नर्सिंग होम व हॉस्पिटलों की भरमार को देखते हुए सोमवार को अखिल भारतीय फार्मासिस्ट एसोसिएशन ने जिला अधिकारी संजीव रंजन को ज्ञापन देकर इन्हें बंद करवाने की मांग की है आपको बता दें कि जनपद में पांच तहसील है और उन में सैकड़ों की संख्या में अवैध नर्सिंग होम व हॉस्पिटल चल रहे हैं लेकिन उन पर किसी प्रकार का कोई रोक नहीं लग पा रहा है आए दिन जहां मरीजों के मरने की खबर आ रही है तो वहीं सीएमओ कार्यालय द्वारा उन्हें बंद भी कराया जा रहा है लेकिन कुछ माह बाद ही अपने आप से नर्सिंग होम खोल लेते हैं जो पूर्ण रूप से सीएमओ कार्यालय की मिलीभगत से होता है।

अभी एक बैठक में सीएमओ सिद्धार्थनगर बीके अग्रवाल ने बताया कि वह जब भी नसीग्रहोमो को बंद करते हैं तो 1 महीने बाद वह अपने आप खुल जाते हैं जिस समय उन्होंने यह बात कही उस समय सांसद जगदंबिका पाल सहित जनपद के सभी विधायकों जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक आदि मौजूद थे सांसद जगदंबिका पाल ने सीएमओ को आड़े हाथों लेते हुए कहा था कि यदि वह अपने आप खोलते हैं तो पुलिस अधीक्षक में क्या कर रहे हैं उन्हें तुरंत कार्रवाई करने के लिए कहा गया था लेकिन इस तरीके से बचकाना बात करते हुए सीएमओ निश्चित रूप से अवैध हॉस्पिटल के संचालकों को बचाने का कार्य करते नजर आ रहे हैं जिससे विवश होकर अखिल भारतीय फार्मासिस्ट एसोसिएशन सिद्धार्थनगर के जिला अध्यक्ष आशीष कुमार पांडे ने सैकड़ों फार्मासिस्ट की उपस्थिति में जिला विकास अधिकारी शेषमणि सिंह व औषधि निरीक्षक की अनुपस्थिति में कार्यालय सहायक अभय सिंह को ज्ञापन देकर अवैध मेडिकल व झोलाछाप द्वारा चलाए जा रहे नर्सिंग होम व हास्पिटल को बंद करने की मांग की है आशीष कुमार पांडे ने कहा कि झोलाछाप डॉक्टरों की वजह से जहां आए दिन मरीजों की मरने की घटनाएं लगातार आ रही है वहीं पर सरकार की छवि धूमिल हो रही है यदि समय रहते जिला प्रशासन ने इस पर अंकुश नहीं लगाया तो हमें विवश होकर शासन में इसकी शिकायत करनी पड़ेगी अब देखना है कि भारतीय एसोसिएशन के आग्रह पर जिला प्रशासन कौन सा कदम उठाता है।

Related Articles

Back to top button