अम्बेडकरनगर : वन विभाग के रेंजर पर लगा अवैध धन वसूली का आरोप
दैनिक बुद्ध का संदेश
अम्बेडकरनगर। जनपद के वन विभाग के द्वारा अवैध वसूली की खबर तो मिलती ही रहती हैं। लेकिन आज एक मामला सामने आया भुक्त भोगी ने आरोप लगाते हुए बताया की प्रार्थी मोहम्मद वसीर टांडा कोतवाली क्षेत्र सकरावल निवासी द्वारा हीरापुर मुंडेरा में एक लाइसेंसी आरामशीन पर अपनी खुद की मानक के अनुसार लकड़ी चिरवाने हेतु गिराते हैं। लेकिन विगत कुछ माह पूर्व से ही मुझे एनटीपीसी में वन विभाग कार्यालय में तैनात रेंजर मिश्रा के द्वारा मुझसे अवैध रूप से धन की मांग कर परेशान करते रहते हैं। मैं इनके कृत्यों से परेशान हूं यहीं नहीं उक्त आरामशीन पर मेरी खुद की नियमानुसार लकड़ी चीरने हेतु रखी रहती हैं। उसे फर्जी बता कर मुझे फर्जी मुकदमे में फसाने का हवाला देते हुए रेंजर मिश्रा ने भुक्त भोगी से दसदृदस हजार रुपए दो बार धमका के वसूल लिए मैं आर्थिक कमजोर व्यक्ति डर कर दे दिया। भुक्त भोगी का आरोप हैं। कि रेंजर और फॉरेस्टर मिश्रा के साथ दिन में लगभग 1.00 बजे आए और दोनो लोग मिल कर मुझसे फर्जी मुकदमे और जुर्माना लगाने की धमकी दे कर 50 हजार रूपए की मांग कर रहे हैं। भुक्त भोगी का यह भी आरोप है।
की उसकी आरामशीन का नवीन आवेदन करा कर लाइसेंस निर्गत करवाए जाने के नाम पर भी इससे पहले रेंजर टांडा एनटीपीसी ने एक लाख बीस हजार रुपए ले रखा हैं। लेकिन मुझे पूछने पर धमकी देते हुए मेरे आरामशीन की पत्रावली में क्या कार्यवाही हो रही हैं। कभी नही बताते बस मुझे परेशान कर वसूली करने में मशगूल हैं। मेरे द्वारा आरामशीन के नवीन लाइसेंस के लिए आवेदन कर एक लाख बीस हजार रुपए रेंजर वन विभाग अधिकारी से मांगने पर नहीं देते हैं। न ही लाइसेंस से संबंधित अबतक क्या कार्रवाई हुई बताते हैं। भुक्त भोगी ने रेंजर और फॉरेस्टर टांडा की जांच कर कार्यवाही किए जाने की मांग जिला वन अधिकारी से की हैं। भुक्त भोगी के आरोपों की पड़ताल करने के लिए जब रेंजर परिक्षेत्र टांडा तहसील से संपर्क किया गया तो उन्होंने लगे आरोपों को निराधार बताया। उक्त प्रकरण में जिला वन अधिकारी से वार्ता करने का प्रयास किया गया किंतु नेटवर्क प्रॉब्लम होने से फोन नहीं मिल सका।