शोहरतगढ़ : भक्तिमय हुआ शोहरतगढ़ का शिवबाबा पोखरा परिसर
श्रीमद्भागवत कथा एवं सामूहिक रुद्राभिषेक के पांचवे दिन कथा वाचक ने व्याख्यान किया समुद्र मंथन का प्रसंग
दैनिक बुद्ध का संदेश
शोहरतगढ़/सिद्धार्थनगर। श्रीमद्भागवत कथा एवं सामूहिक रुद्राभिषेक के पांचवे दिन कथा वाचक स्वामी सूर्यकांताचार्य महाराज ने समुद्र मंथन प्रसंग का व्याख्यान किया।
कार्यक्रम शोहरतगढ़ के प्रसिद्ध शिव बाबा पोखरे घाट पर 2 अगस्त से चल रहा है, जिसकी पूर्णाहुति 10 अगस्त बताई जा रही है। श्री कृष्ण जन्म प्रसंग के दौरान जन्मोत्सव मनाया गया। उपस्थित श्रद्धालुओं ने जय नंदलाल की जयकारा लगाई। भगवान श्री कृष्ण के बाल स्वरुप की झांकी निकाली गई, ऐसा लग रहा था कि मानो पुरा पंडाल ही गोकुल बन गया हो। कथा अनुश्रवण करने आए श्रद्धालु हाथी घोड़ा पालकी जय कन्हैया लाल की भजनो पर झुमने लगे। श्री कृष्ण जन्म के प्रसंग में छुपे हुए आध्यात्मिक रहस्यों का निरुपण करते हुए स्वामी सूर्यकांताचार्य ने कहा कि जब-जब इस धरा पर धर्म की हानि होती है, तब तब धर्म की स्थापना के लिए करुणानिधि ईश्वर अवतार धारण करते हैं। परमात्मा का साक्षात्कार ही धर्म है, जिस प्रकार कृष्ण के जन्म से पहले घोर अंधकार था, कारागार के ताले बंद थे, पहरेदार सजग थे और इस बंधन से छुटने का कोई रास्ता नहीं था। ठीक इसी प्रकार ईश्वर साक्षात्कार के अभाव में मनुष्य का जीवन घोर अंधकारमय है। अपने कर्माे की काल कोठरी से निकलने का कोई उपाय उसके पास नही है। उसके विषय विकार रुपी पहरेदार इतने सजग होकर पहरे देते हैं कि उसे कर्म बंधनों से बाहर निकलने नहीं देते। परंतु जब किसी तत्वदर्षी महापुरुष की कृपा से परमात्मा का प्राकटय मनुष्य हृदय में होता है तो परमात्मा के दिव्य रुप प्रकाश से समस्त अज्ञान रुपी अंधकार दूर हो जाते हैं। और मनुष्य की मुक्ति मार्ग प्रशस्त हो जाता है। इस अवसर पर पंडित आचार्य राम प्रकाश दास, पप्पू बाबा, शिवपूजन वर्मा (भोलेनाथ) शिव प्रसाद वर्मा पूर्व चेयरमैन, सांसद प्रतिनिधि सूर्य प्रकाश पांडेय, वीरेंद्र मोदनवाल, टिंकू वर्मा, रवि अग्रवाल, मनीष श्रीवास्तव, दुर्गा प्रसाद त्रिपाठी, समाज सेविका दीपिका शाह माधुरी मिश्रा, भाजपा जिलाध्यक्ष गोविंद माधव सहित अनेक श्रद्धालु मौजूद रहे।