दैनिक बुद्ध का संदेश
देश के विभिन्न प्रांतों के साथ उत्तर प्रदेश में भी पीएफआई की गतिविधियां बढ़ी हैं। जौनपुर, इलाहाबाद सहित कई अन्य जनपदों में पीएफआई अपने पांव पसार चुका है। इस्लामिक प्रचार-प्रसार के नाम पर नौजवानों को यह संगठन गुमराह करने में लगा है। न्यूज़ एजेंसी नॉर्डिक मॉनिटर की एक रिपोर्ट के अनुसार पीएफआई के संबंध आतंकी गतिविधियों में लिप्त आई एच एच से पाए गए हैं। आईएचएच, टर्की की इस्लामिक रूलिंग जस्टिस एंड डेवलपमेंट पार्टी के हाथ की तरह काम करती है जिसका नेतृत्व प्रेसिडेंट रिउप ताइप करते हैं जो अपने को दुनिया भर के मुसलमानों का लीडर बताते हैं। आईएचएच, टर्की की इंटेलिजेंस सर्विस एम आई टी के साथ मिलकर काम करती है। पीएफआई की गतिविधियां आईएचएच से मैच करने के कारण दोनों में काफी नजदीकियां पाई गई हैं। भारतीय खुफिया विभाग के सूत्रों पर आधारित कुछ मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 2011 के मुंबई हमलों, 2012 में पुणे में हुए बम ब्लास्ट तथा 2013 के हैदराबाद के हमलों में पी एफ आई का भी हाथ था। पीएफआई ने 2016 में टर्किश प्रेसिडेंट के समर्थन में एक बयान जारी कर कहा था कि सरकारी नौकरियों में से सरकार के आलोचकों को हटाकर सरकार में इस्लामिक पावर को समेकित किया जाए। यही नहीं केरल के 10 से 12 लोग आईएसआईएस की ओर से लड़ने सीरिया गए थे उनका भी पीएफआई से संबंध पाया गया था।