बलरामपुर : फर्जी अंकपत्र के सहारे अध्यापक को नौकरी पड़ी महंगी
कथित सहायक अध्यापक सिराज अहमद पर मुकदमा हुआ दर्ज
दैनिक बुद्ध का सन्देश
बलरामपुर/तुलसीपुर। जहां सरकार शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त बनाने के लिए तरह-तरह के दावे कर रही है और अपराध मुक्त शिक्षा व्यवस्था की बात कर रही है इसके बावजूद शिक्षा व्यवस्थाओं को लेकर भ्रष्टाचार अपने चरम पर देखा जा रहा है।
जहां पर फर्जी अंकपत्रों के सहारे स्कूलों और मदरसों में फर्जी शिक्षकों की तैनाती से संबंधित कथित अध्यापक मौज कर रहे हैं। और इसके लिए शिक्षकों से मुंह मांगी रकम प्रबन्धक समिति हासिल कर रही हैं जिसको लेकर अक्सर मामले सामने आ रहे हैं। कई संस्थानों की जांच मे खुलासा हुआ है की बिना वैध प्रपत्रो के कई लोग अध्यापन कार्य में नियुक्त किए गए हैं। इसको लेकर जांच के माध्यम से कई स्कूलों में खुलासे के बाद विभागीय कार्यवाही भी की गई है। जिससे शिक्षा माफियाओं में हड़कंप देखा जा रहा है। ऐसा ही मामला जनपद बलरामपुर के तुलसीपुर नगर क्षेत्र में मदरसों से जुड़ा हुआ प्रकाश में आया है जहां पर उस्मान अंसारी निवासी तुलसीपुर के द्वारा एक जनहित याचिका न्यायालय में दायर की गई थी जिसमें विपक्षी सिराज अहमद खान पुत्र मुस्तफा खान उम्र 50 वर्ष व अन्य के खिलाफ फर्जी अंकपत्र के सहारे मदरसा दारुल उलूम अतीकिया जरवा रोड तुलसीपुर में सहायक अध्यापक तहतानियां के पद पर कार्यरत रहते दूसरे मदरसे जामिया वांरुल उलूम तुलसीपुर में अध्यक्ष पद पर होने का खुलासा हुआ है। माननीय न्यायालय के आदेशों के क्रम में स्थानीय पुलिस को उपरोक्त आरोपों की जांच की पुष्टि के बाद फर्जी अध्यापक पर कार्यवाही करने का माननीय न्यायालय द्वारा आदेश दिया गया था जिस पर तुलसीपुर पुलिस ने कथित अध्यापक व अध्यक्ष सिराज अहमद और अन्य के ऊपर फर्जी दस्तावेजों के सहारे नौकरी व 2 पदों का दुरुपयोग के साथ अन्य कई धाराओं में मुकदमा पंजीकृत करते हुए आईपीसी की धारा 419,420,467,468,471 में मुकदमा पंजीकृत किया है और आरोपी की तलाश जारी है जिससे जनपद के शिक्षा माफियाओं में तथा फर्जी अंक पत्रों के सहारे नौकरी कर रहे हैं शिक्षकों में हड़कंप मचा हुआ है।